'ऑपरेशन सिंदूर' का असर: भारत-तुर्किये रिश्तों में दरार, Jubilant FoodWorks की चिंता बढ़ी

भारत और तुर्किये के बीच बढ़ते टेंशन ने दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को एक नया मोड़ दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत जल्द ही तुर्किये के साथ व्यापारिक संबंध खत्म करने का फैसला ले सकता है. भारत का कहना है कि वह ऐसे किसी देश से कारोबारी रिश्ते नहीं रख सकता जो आतंकवाद को सपोर्ट देता हो. ऐसे में भारत की फास्ट फूड कंपनी Jubilant FoodWorks Limited (JFL) के शेयरों पर सीधा असर देखने को मिल सकता है. अभी कंपनी तुर्किये में Domino’s Pizza और Coffy ब्रांड के तहत 746 स्टोर्स चला रही है.
भारत-तुर्किये से व्यापारिक रिश्ते तोड़ सकता है!
News18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार तुर्किये के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने पर विचार कर रही है. उनका कहना है कि भारत ऐसे किसी देश से व्यापार नहीं कर सकता जो आतंकी संगठनों का सपोर्ट करता हो. दरअसल, तुर्किये की तरफ से भारत-विरोधी रुख और पाकिस्तान के पक्ष में सपोर्ट देखा गया है.
Jubilant FoodWorks के CEO और MD बेफिक्र
रिपोर्ट के मुताबिक, Jubilant FoodWorks के CEO और MD समीर खेतरपाल का कहना है कि मैं तुर्किये में किसी भी तरह के राजनीतिक या आर्थिक जोखिम को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हूं. वहां के लोग इन बातों से बेपरवाह हैं. चाहे डोमिनोज हो या Coffy—लोगों का भरोसा इन ब्रांड्स पर बना हुआ है.
Jubilant FoodWorks का ग्लोबल लेवल पर विस्तार
JFL सिर्फ तुर्किये और भारत ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश, श्रीलंका, अजरबैजान और जॉर्जिया जैसे देशों में भी अपने रेस्टोरेंट चला रही है. कंपनी के पास तीन इंटरनेशनल ब्रांड्स—Domino’s, Popeyes और Dunkin’ के फ्रेंचाइजी राइट्स हैं, साथ ही दो अपने ब्रांड्स—Hong’s Kitchen और Coffy भी हैं.
कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन
वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी की टोटल इनकम 8,141.7 करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में 44 फीसदी अधिक है. बीते एक साल में JFL ने 325 नए रेस्टोरेंट्स जोड़े हैं.
Jubilant FoodWorks के शेयरों का हाल
15 मई (12:04 बजे) तक कंपनी के शेयर 2.08 फीसदी की गिरावट के साथ 679 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे. बीते एक हफ्ते में इसमें 4.34 फीसदी, एक महीने में 2.15 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि बीते एक साल में शेयर ने 42 फीसदी का रिटर्न दिया है.